Akshaya Tritiya Kab hai, Akshaya Tritiya 2025 date and time, Akshaya Tritiya, अक्षय तृतीया 2025, अक्षय तृतीया शुभेच्छा ,आखातीज
वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीय तिथि को अक्षय तृतीया कहा जाता है। इसको आखातीज के नाम से भी जाना जाता है। इस वर्ष की अक्षय तृतीया तिथि 22 अप्रैल 2025 दिन शनिवार से 23 अप्रैल 2025 दिन रविवार तक है। इस दिन का महत्व हिंदू समाज में बहुत खास है।
Akshaya Tritiya 2025 ( अक्षय तृतीया 2025 )
इस दिन को भारतीय समाज में बहुत शुभ माना गया है। अक्षय तृतीया तिथि को माना जाता है कि सूर्य और चंद्रमा उच्च राशि मेष में स्थित होते हैं। इस दिन पर किया गया कार्य सफल होता है। यह तिथि वर्ष में एक बार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष में आती है। इस दिन की मान्यता है कि यदि सोना खरीदा जाए तो वर्ष भर सोने की कहीं नहीं होती है और वर्ष भर धन में वृद्धि होती रहती है।
Akshaya Tritiya 2025 in hindi
इस दिन पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का पूजन किया जाता है। सबसे पहले स्नान करके शुद्ध होते हैं, फिर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराते हैं और पीले वस्त्र धारण करते हैं। ऐसा करके भगवान की प्रतिमा को पीले आसन पर बैठाकर, पीले फूल चढ़ाएं जाते हैं। इस प्रकार भगवान की पूजा करते हैं और अक्षय तृतीया की कथा को सुनते हैं।
Akshaya Tritiya 2025 Kab Hai
अक्षय तृतीया तिथि वैशाख मास के शुक्ल पक्ष में होती है। इस वर्ष अक्षय तृतीया तिथि 22 अप्रैल से 23 अप्रैल 2025 तक रहेगी। इस दिन के किए गए सभी कार्य सार्थक होते हैं। इस दिन किए गए दान का महत्व जीवन भर रहता है।
Akshaya Tritiya 2025 Subh Muhurat ( अक्षय तृतीया शुभ मुहूर्त )
अक्षय तृतीया के मुहूर्त में किया गया कार्य सफल रहता है। इस दिन व्यक्ति को लोगों को भोजन खिलाना शुभ माना गया है। ऐसा करने पर व्यक्ति के जीवन में अपार वृद्धि होती है। इस वर्ष अक्षय तृतीया का शुभ मुहूर्त 22 अप्रैल को सुबह 7:49 Am पर शूरू हो जाएगा और इस मुहूर्त का अन्त 23 अप्रैल सुबह 7:47 Am पर होगा। इस मुहूर्त में किए गए कार्य का महत्व बढ़ जाता है।
Akshaya Tritiya Story ( अक्षय तृतीया की कथा )
कुशीनगर नाम के एक गांव में महोदय नाम का वैश्य रहता था। महोदय भगवान की पूजा करने में रुचि रखता था,एक दिन उसी गांव के पंण्डित जी ने महोदय को अक्षय तृतीया तिथि की पूजा का महत्व बताया और पूजा विधि की जानकारी दी। महोदय ने पंडित जी के अनुसार अक्षय तृतीया की पूजा की। कुछ समय पश्चात देखते ही देखते महोदय के पास धन आने लगा। जिसके पश्चात महोदय ने धन दान किया और पुनः अक्षय तृतीया की पूजा प्रत्येक वर्ष की। ऐसा करने पर एक दिन ऐसा आया कि महोदय के पास इतना धन हो गया कि वह कुशीनगर राज्य का सम्राट बन गया। महोदय राजा बनकर अपने राज्य की प्रजा को खूब दान करता था। महोदय की वृद्धि देखकर आसपास राज्य के राजा महोदय के पास आए और उसकी इस प्रकार की वृद्धि का कारण पूछा।
महोदय ने बताया कि वह अक्षय तृतीया पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करता है और उन राजाओं को पूजा की संपूर्ण विधि बताई और कहा यही कारण है कि मैं एक सामान्य व्यक्ति से राजा बन गया हूं। ऐसा सुनकर सभी राज्य के राजाओं ने भी अपने साम्राज्य में अक्षय तृतीया तिथि पर पूजा की। जिससे उनकी भी राज्य के धन में वृद्धि और यश हुआ।
Akshaya Tritiya Meaning ( अक्षय तृतीया का अर्थ )
यह तिथि वर्ष में एक बार वैशाख मास शुक्ल पक्ष में आती है। अक्षय तृतीया का अर्थ है कि इस तिथि पर किए गए किसी भी कार्य का क्षय नहीं होता है। इसको वैशाख मास की तृतीया तिथि पर मनाया जाता है। इस दिन के कार्य में उन्नति होती है और उसका किसी प्रकार से क्षय नहीं होता है।
अक्षय तृतीया क्यों मनाईं जाती है ?
इस तिथि को सभी प्रकार के योग शुभ माने गए हैं। माना जाता है कि अक्षय तृतीया तिथि पर सभी ग्रह अपनी उच्च राशि पर होते हैं, जिनमें से सूर्य और चंद्रमा मुख्य हैं। ऐसी स्थिति में यदि किसी कार्य को किया जाए , तो वह कार्य अवश्य सफल होता है। इसी के साथ मनुष्य को इस दिन दान करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस दिन पर किए गए दान का पुण्य व्यक्ति के जीवन से सदैव के लिए जुड़ जाता है।
अक्षय तृतीया का महत्व
अक्षय तृतीया का महत्व ग्रह की उच्च स्थिति के अनुसार तो है , साथ ही इस दिन का महत्व इस लिए और भी बढ़ जाता है क्योंकि इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। ऐसा करने पर मनुष्य के जीवन का अंधकार मिटता है और जीवन नई रोशनी की ओर बढ़ता है। इस दिन पर यदि मनुष्य सोना खरीदता है तो माता लक्ष्मी की कृपा से वर्ष भर सोने में वृद्धि होती है। इस दिन पर पीले वस्त्र तथा पीली वस्तुओं का अधिक महत्व है।
अक्षय तृतीया 2025 ग्रह प्रवेश
अक्षय तृतीया की तिथि को पूरे वर्ष का सबसे अच्छा मुहूर्त माना गया है। माना जाता है कि इस दिन किसी भी मुहूर्त को देखने की आवश्यकता नहीं होती है। इस दिन पर किए गए सभी कार्य शुभ होता हैं। इस दिन पर किसी को शादी करनी है, गृह प्रवेश करना है, किसी भी प्रकार का कोई कार्य करना है तो उसके लिए यह वर्ष का सबसे अच्छा मुहूर्त है।
Akshaya Tritiya 2025 Shopping Subh Muhurat ( सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त )
अक्षय तृतीया तिथि का महत्व खरीददारी करने के लिए भी माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन जिस वस्तु की खरीदारी की जाती है,उस वस्तु की पूरे वर्ष व्यक्ति के जीवन में वृद्धि होती है। इसीलिए इस दिन व्यक्ति द्वारा सोना अधिक खरीदा जाता है।
इस वर्ष सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त 22 अप्रैल को सुबह 7:49 am पर शुरू होगा और 23 अप्रैल की सुबह 5 am तक रहेगा।
Akshay Tritiya 2025 Wishes ( अक्षय तृतीया 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं )
अक्षय तृतीया तिथि पर जीवन हिन्दी की ओर से आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। इस दिन पर आप लोग भूखे लोगों को भोजन अवश्य खिलाएं और साथ ही दान करें। इससे अवश्य ही आपके जीवन में अपार वृद्धि होगी।
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FAQ :
Q.1 अक्षय तृतीया पर हमें क्या करना चाहिए?
Ans. अक्षय तृतीया तिथि पर हमें भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। साथ ही इस दिन पर दान देने का अधिक महत्व है।
Q.2 अक्षय तृतीया क्यों मनाया जाता है?
Ans. अक्षय तृतीया तिथि पर सभी किए गए कार्य सफल होते हैं और जीवन में धन की वृद्धि होती है।
Q.3 अक्षय तृतीया पर किसकी पूजा की जाती है?
Ans. अक्षय तृतीया पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
Q.4 अक्षय तृतीया कौन से भगवान हैं?
Ans. अक्षय तृतीया को विष्णु भगवान के रूप में मनाया जाता है।